ठीक होगा स्तन कैंसर ,एक बार इस आयुर्वेदिक उपचार को अवश्य अपनाएँ महिलायें

आज के इस दूषित वातावरण में भिन्न भिन्न प्रकार की बीमारियां होने लगी हैं।इसके लिए हमसब लोग ही जिम्मेदार हैं।इन बिमारियों में से कैंसर एक ऐसी लाइलाज बीमारी हैं जो आये दिन लोगों को अपनी गिरफ्त में लेती जा रही हैं।महिलाओं में सबसे ज्यादा स्तन कैंसर के केस सामने आये हैं।अगर डॉक्टर्स और बड़े अस्पतालों के बहुत चक्कर काट चुके हैं आप,तो एक बार इस उपचार को भी अवश्य अपनाएँ।




इस उपचार में आपको ज्यादा कुछ नहीं करना हैं,यह बहुत ही सरल सा उपचार है।आपको चाहिए सिर्फ ३ चीजें-गाय की पेशाब (गौ मूत्र),हल्दी और गेंदे का फूल।आईये अब हम आपको विस्तार से बताते हैं।

१- गौ मूत्र - गाय की पेशाब (गौ मूत्र) कहीं से भी आप ले सकते हैं। गौ मूत्र के गुण और इसकी बढ़ती मांग को देखकर आजकल यह मार्किट में भी आसानी से उपलब्ध हैं।गौ मूत्र लेकर उसे सूती कपडे की ८ परत बनाकर उसमे से छान लें।



२- हल्दी - हल्दी का चूर्ण (पिसी हुयी हल्दी ) लें।



३- गेंदे का फूल - गेंदे के फूल की पीली और नारंगी रंग वाली पत्तियों को निकालें।



अब गौ मूत्र ,हल्दी और गेंदें के फूल की पंखुरियाँ लेकर अच्छे से पीस लें।इसका पेस्ट बनने पर अच्छे से कैंसर ग्रसित जगह पर लगाएं।दिन में दो बार प्रयोग करें।सुबह लगाकर शाम में गौ मूत्र से ही धोएं और फिर से पेस्ट को लगाएं।यह बहुत ही कारगरी उपचार है।इस पेस्ट को आप किसी भी प्रकार की चोट पर प्रयोग कर सकते हैं ।



इसके साथ ही महिलाएं समय समय पर खुद से घरपर चेक कर सकती हैं,अगर किसी भी प्रकार का आपको अपने स्तनों में गाँठ या गाँठ जैसा कुछ महसूस होता हैं तो आप तुरंत डॉक्टर से एक बार इसका परिक्षण अवश्य कराएं।पहले स्तनों में गाँठ बनती हैं और फिर वही गाँठ धीरे धीरे कैंसर में बदल जाती हैं।इसलिए अगर ऐसा कुछ महसूस होता हैं तो एक बार निरिक्षण अवश्य कराएं।



तो फिर देर किस बात की है,आज ही यह उपाय अपनाएँ, दूसरों को भी इस उपचार की जानकारी दें और रोगमुक्त जीवन निर्वाह करें।हम समय समय पर ऐसी स्वास्थ्य संबंधी रोचक जानकारी आपको देते रहेंगे।
ठीक होगा स्तन कैंसर ,एक बार इस आयुर्वेदिक उपचार को अवश्य अपनाएँ महिलायें  ठीक होगा स्तन कैंसर ,एक बार इस आयुर्वेदिक उपचार को अवश्य अपनाएँ महिलायें Reviewed by GlamourTreat on November 08, 2016 Rating: 5

No comments:

Note: Only a member of this blog may post a comment.

Powered by Blogger.